१३ जुलाई २०११ फिर एक बार दहली मुंबई . आतंकियों ने फिर मचाया तांडव और फिर एक बार सरकार द्वारा शांति बनाये रखने की अपील जारी.शाम के ६.५४ मिनट से ७ .५ मिनट तक सिलसिलेवार तीन बम धमाका पहला जवेरी रोड ,दूसरा चर्नी बाज़ार व तीसरा ओपेरा हाउस .अब तक २१ लोगों के मरने व १४१ लोगों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है . १३ अंक भारत की सुख और शान्ति भंग होने का संकेत दे रही है . १३ अंक से तात्पर्य यहां १३ तारीख से है .इसके पूर्व में भी १३ तारीख आम जनता के लिए आतंक का पर्याय बन चुका है .
गौरतलब है कि १३ दिसम्बर २००१ को ही भारत के संसद भवन पर ५ हथियार बंद आतंकवादियों ने हमला किया था , लेकिन वहां उपस्थित सुरक्षा बलों के जवानों की मुस्तैदी ने उन्हें संसद भवन के अन्दर प्रवेश नहीं करने दिया , हांलाकि इस संघर्ष में १ नागरिक व ६ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गये थे .
इसी प्रकार १३ मई २००८ देश का सबसे सुन्दर पर्यटन स्थल व गुलाबी शहर कहलाने वाला जयपुर भी आतंकियों के आतंक का शिकार बना .इस शहर में पहली बार कोई आतंकवादी हमला हुआ ,वह भी सिलसिलेवार ९ बम ब्लास्ट हुए जिसमें ६३ लोगों की मृत्यु हुई थी व २१६ लोग घायल हुए थे .१३ का आंकड़ा यहां भी नहीं रुका अब बारी थी महाराष्ट्र की.१३ फरवरी २०१० पुणे स्थित एक जर्मन बेकरी में जबरदस्त बम धमाका हुआ , जिसमें इटली की १ महिला ,सुडान के २ और ईरान के १ छात्र सहित १७ लोगों की मृत्यु हो गयी और ६० लोग घायल हो गये थे और फिर एक बार १३ तारीख आतंकियों के दरिंदगी का पर्याय बन गया है .
हालांकि दिल्ली सहित उन सभी राज्यों में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है पूर्व में आतंकी हमले हो चुके है या जहां होने की सम्भावना है और घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है .ऐसे दुखद क्षण में प्रधानमन्त्री व राष्ट्रपति ने सभी देशवासियों से शान्ति बनाए रखने की अपील की है .
amal
No comments:
Post a Comment